दुनिया भर में वेंटिलेटर की मांग कोरोना वायरस के चलते बढ़ी है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर की एक कंपनी से वेंटिलेटर की योजना बनाने वाले एम्स ने अब इसके लिए एक स्वदेशी कंपनी से करार किया है। ये कंपनी प्रोटोटाइप वेंटिलेटर उपलब्ध कराएगी जोकि, आकार में छोटे लेकिन काम में काफी तेज तकनीकी से लैस होंगे।

दुनिया भर में वेंटिलेटर की मांग कोरोना वायरस के चलते बढ़ी है। ऐसे में अंतरराष्ट्रीय स्तर की एक कंपनी से वेंटिलेटर की योजना बनाने वाले एम्स ने अब इसके लिए एक स्वदेशी कंपनी से करार किया है। ये कंपनी प्रोटोटाइप वेंटिलेटर उपलब्ध कराएगी जोकि, आकार में छोटे लेकिन काम में काफी तेज तकनीकी से लैस होंगे।


Popular posts
वायुसेना ने तबाह किए आतंकी ठिकाने
कोरोना से लड़ने के लिए केजरीवाल सरकार ने कसी कमर, 'फाइव टी' प्लान पर करेंगे काम
दूसरा टी- ट्रेसिंग- जब हमने पता कर लिया कि कोई पॉजिटिव है तो उससे जुड़े सभी लोगों को ट्रेस कर क्वारंटीन किया जाएगा। यानी लोगों की पहचान करना बहुत जरूरी है कि कोरोना संक्रमित से कौन-कौन मिला उसे क्वारंटीन किया जाए। इसके लिए हमने पुलिस की मदद लेनी शुरू की है।
चौथा टी- टीम वर्क- इस बीमारी से अकेले नहीं लड़ा जा सकता, टीम के तौर पर ही कोरोना को जड़ से खत्म किया जा सकता है। देश के सभी राज्य एक साथ काम कर रहे हैं।